फास्टटैग क्या है? जानिये फास्टैग के बारे में ज़रूरी बातें

फास्टैग (FASTag) क्या है और यह कैसे काम करता है, अगर आप इस बारे में नहीं जानते तो यह जानने का समय अब आ चुका है। भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार, 16th फ़रवरी 2021 से देश की सभी गाड़ियों पर फास्टैग लगाना ज़रूरी हो जाएगा। 

इस बारे में आपके जानने लायक ज़रूरी बातें ये हैं:

फास्टैग क्या है?

फास्टैग, भारत सरकार की ओर से की गयी एक नई पहल है जिसकी मदद से नेशनल हाइवे पर सफर कर रहे सभी वाहन बिना रूके टोल चुका सकते हैं। रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टेक्नॉलजी की मदद से इसे इस्तेमाल करने वाला यूजर सीधे अपने सेविंग या प्रीपेड खाते से टोल टैक्स दे सकता है। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया अपनी एक सबसिडरी इंडियन मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड की मदद से यह सुविधा दे रही है। एचडीएफसी बैंक सहित अभी तक 23 प्रमुख बैंकों को फास्टैग की सुविधा देने के लिए अधिकृत किया गया है।

साल 2014 में फास्टैग का इस्तेमाल अहमदाबाद और मुंबई के बीच शुरू किया गया था। इसके बाद, 2017 में भारत में बिकने वाली हर गाड़ी में फास्टैग का इस्तेमाल ज़रूरी कर दिया गया। 2020 तक, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के 615 पर फास्टैग का इस्तेमाल टोल टैक्स चुकाने के लिए किया जाने लगा। इसमें करीब 100 टोल प्लाजा राज्य सरकारों के थे। यह कुल टोल कलेक्शन का 80% हिस्सा है जहां टोल टैक्स फास्टैग के इस्तेमाल से दिया जा रहा है। साल 2021 से, सभी गाड़ियों के लिए टोल पर पैसे चुकाने के लिए फास्टैग का इस्तेमाल ज़रूरी हो जाएगा। 

फास्टैग इतना ज़रूरी क्यों है?

ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने आईआईएम कोलकाता के साथ एक रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें यह दावा किया गया है कि भारत में ट्रांसपोर्ट में होने वाली देरी की वजह से करीब 6।6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान होता है। इस घाटे को कम करने के लिए, भारत सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (ईटीसी) का इस्तेमाल शुरू किया। इसी से सीख लेते हुए भारत सरकार ने नेशनल हाईवे प्रोग्राम की घोषणा की। इसमें नेशनल हाईवे ग्रिड को बेहतर बनाने और जल्द टैक्स वसूलने लायक बनाए जाने की कवायद शुरू की गई। 

फास्टैग कैसे काम करता है?

आपकी गाड़ी के वाइडस्क्रीन पर लगा हुआ फास्टैग, आपके प्रीपेड वॉलेट से जुड़ा होता है। जरूरत पड़ने पर इसे सेविंग या करेंट अकाउंट से जोड़ा जा सकता है। इससे जैसे ही आप टोल से गुजरते हैं, आपके आपके फास्टैग वॉलेट से टोल के पैसे कट जाते हैं और आपको नेशनल हाइवे पर टोल देने के लिए रुकना नहीं पड़ता।

टोल प्लाजा, आपकी गाड़ी के गुजरते ही फास्टैग की जानकारी ले लेता है, और टोल के पैसे कट जाते हैं। इससे आपको टोल टैक्स देने के लिए, टोल प्लाजा पर रुकने की ज़रूरत नहीं होती है।

फास्टैग लगाना, अभी के लिए क्यों एक अच्छा आइडिया माना जाता है?

फास्टैग टेक्नॉलजी का प्रमुख काम यह है कि टोल प्लाजा पर आराम से टैक्स वसूला जा सके और वहां भीड़ न लगे। इसके अलावा भी फास्टैग के कई और लाभ भी हैं। 

  • जो लोग हाईवे का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, उन्हें अब टोल प्लाजा पर रुककर छुट्टे पैसे कराने की परेशानी अब नहीं होगी।
  • यह एक कांटैक्टलेस पेमेंट की तरह होगा, जो हाइजीन और सेफ्टी को भी बढ़ाता है।
  • यह इंसानों के द्वारा की जाने वाली लेन-देन से बेहतर है और इससे पेमेंट का प्रोसेस काफी आसान और तेज हो जाता है। 
  • इससे नेशनल हाईवे और राज्यों के हाईवे पर कार्बन एमीशन भी कम हो जाता है, क्योंकि आपको वहां रुकने की ज़रूरत ही नहीं है। 
  • गाड़ी की कतार कम होने की वजह से ड्राइवर को चिंता या परेशानी नहीं होती और एक के बाद एक गाड़ियां टोल से निकलती जाती हैं। 
  • नेशनल हाईवे पर फास्टैग का इस्तेमाल करने से यूजर को भी 2।5% का कैशबैक मिलता है। इसका मतलब है कि अब और ज्यादा सेविंग होती है। 


अगर आप हाईवे पर नहीं जाते हैं, क्या तब भी आपको फास्टैग की ज़रूरत है?

भारत सरकार, फास्टैग को मल्टी यूटिलिटी पेमेंट टूल के तरह डेवलप करने पर काम कर रही है, जिससे न सिर्फ टोल प्लाजा पर बल्कि पार्किंग लॉट के पैसे भी लिए जा सकें। अप्रैल 2020 में, सभी कारों के लिए थर्ड पार्टी इंश्योरेंस लेने के लिए, फास्टैग लगाना ज़रूरी कर दिया गया। इसी के साथ अगर आप बिना फास्टैग के उस लेन में जाते हैं जहां फास्टैग से पैसे लिए जा रहे हैं, तो आपको टोल की रकम का दुगना रकम भरना होगा। यही नियम उन सभी फास्टैग यूजर पर भी लागू होता है जिनका फास्टैग, आरएफआईडी या कम पैसे के कारण काम नहीं करता। इसलिए फास्टैग का इस्तेमाल करने से आपको आसानी होती है बल्कि इससे सेफ्टी भी बढ़ती है। 

फास्टैग कैसे लगवाएं?

साल 2020, जुलाई तक, भारत में 86 मिलियन रूपये का लेन-देन हुआ जो कि फास्टैग से किया गया और देश में 18 मिलियन फास्टैग लगाए गए। टोल बूथ से बिना किसी परेशानी के निकलने के लिए, आपको बस ये करने की ज़रूरत है: 

  • एचडीएफसी बैंक फास्टैग पोर्टल पर जाएं
  • लॉग इन के विकल्प को चुनें। 
  • पहली बार इस्तेमाल करने वाले यूजर पर क्लिक करें और आगे बढ़ें। 
  • अपनी जानकारी डालें
  • पेमेंट करें
  • आपका कार्ड आपके घर डिलीवर हो जाएगा


हर साल फास्टैग को रिन्यू कराने के लिए आपको परेशान होने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि यह पांच साल के लिए वैलिड होता है। साथ ही, हर टोल से गुजरने के बाद आपको टोल कटने और आपके खाते में बचे पैसे का मैसेज मिलता है। एचडीएफसी बैंक आपको बहुत ही कम खर्च में फास्टैग को कम खर्च में फिर से रिलोड करने के लिए रिचार्ज या टॉप अप की सुविधा भी देती है। 

कुछ और बातें: 

अपनी कार में फास्टैग का इस्तेमाल न करना आपके लिए परेशान खड़ी कर सकता है और जनवरी 2021 से सभी गाड़ियों में इसका इस्तेमाल ज़रूरी होगा। तो आप यह पक्का कर लें कि आपकी कार में फास्टैग लगा हो और आप देश की डिजिटल तरक्की में अपना योगदान कर रहे हों।

अब आप फास्टैग के बारे में सब कुछ जानते हैं, तो आप कब लगवा रहे हैं?

एचडीएफसी बैंक के साथ आज ही अपना फास्टैग खाता खोलें! 

फास्टैग लगावाने में कितना खर्च आता है, इस बारे में यहां जानें!


*नियम और शर्तें लागू। इस आर्टिकल में बताई गई बातें आम है और यह सिर्फ जानकारी देने के उद्देश्य से है। यह किसी भी स्थिति में खास राय के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए।